वन परिक्षेत्र चिरमिरी में वृक्षों की कटाई चरम सीमा पर… सागौन वृक्षों की हो रही अंधाधुंध कटाई, वन परिक्षेत्र अधिकारी रोकथाम लगा पाने में नाकाम…

देबाशीष गांगुली सिंधु स्वाभिमान एम.सी.बी./कोरिया
एमसीबी (चिरमिरी)। वृक्ष लगाओ जीवन पाओ जैसा स्लोगन हम बचपन से सुनते आ रहे हैं वनों की रक्षा करना वृक्ष लगाओ जीवन पाओ जैसे दायित्व और कर्तव्य पर जिम्मेदारी के रूप में वन विभाग को दिया गया है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि कोरिया वन मंडल के अंतर्गत आने वाले चिरमिरी वन परिक्षेत्र में इन दिनों वृक्षों की अवैध कटाई चरम सीमा पर चल रही है जिसे रोक लगा पाने में वन परिक्षेत्र अधिकारी चिरमिरी और उनकी टीम पूरी तरह से फेल साबित हो रही है आपको बता दें कि वन विभाग की भूमि पर पूर्व वन परिक्षेत्र चिरमिरी के अधिकारियों के द्वारा सागौन के वृक्षों का वृक्षारोपण कराया गया था जोकि फल फूल रहे थे लेकिन वर्तमान में चिरमिरी वन परिक्षेत्र के अधिकारियों की उदासीनता के कारण वृक्षों की अंधाधुंध कटाई चल रही है वन परिक्षेत्र चिरमिरी के कई हिस्सों में सागौन के महंगे वृक्ष धड़ल्ले के साथ काटे जा रहे हैं लेकिन विडंबना की बात कहेंगे कि जहां एक और चिरमिरी वन परिक्षेत्र में चल रहे अवैध वृक्षों की कटाई पर रोक लगा पाने में वन अमला फेल साबित हो रहा है वहीं वन विभाग के उच्च अधिकारी भी मौन धारण किए हुए कुंभकरण निद्रा में सो रहे हैं जब इस संदर्भ में वन अधिकारियों से मीडिया बाइट लेना चाह जाता है तो एक दूसरे के ऊपर ठीकरा तो फोड़ दिया जाता है लेकिन जवाब देने से बचते नजर आते हैं इसी का खामियाजा आज वन परिक्षेत्र चिरमिरी के जंगलों में सागौन के वृक्षों को धड़ल्ले के साथ काटा जा रहा है जब पत्रकार अपनी टीम के साथ जंगल का मुआयना कर रहा था तो वन परिक्षेत्र में सागौन कि वृक्षों को बिना किसी डर भय के साथ काटते नजर आए वही वन परिक्षेत्र के आला अधिकारी अपने मस्त माहौल दत्तक पुत्र बने आनंद ले रहे हैं सबसे बड़ी बात यह है कि इन सब विषयों पर उच्च अधिकारियों को पूरी जानकारी होने के बावजूद भी जहां एक और वन परिक्षेत्र चिरमिरी के अधिकारियों के द्वारा अवैध वृक्षों की कटाई रोकी नहीं जा पा रही है वहीं दूसरी ओर उच्च अधिकारी भी किसी भी प्रकार का कार्यवाही करने से बच रहे हैं शायद देश के चौथे स्तंभ को हल्के में लेने की भूल कर रहे हैं सत्यता और निष्पक्ष पत्रकारिता के हर पहलू को इसी प्रकार से जनता के सामने परोसना ही एक सच्ची पत्रकारिता कहलाती है अब देखने वाली बात होगी कि वन परिक्षेत्र चिरमिरी में चल रहे वृक्षों की अंधाधुंध कटाई पर किस प्रकार से रोक लग पाएगी या फिर ऐसे ही जंगल नष्ट होते रहेंगे और आला अधिकारी अपनी मस्ती में मस्त रहेंगे।

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