विशेष संवाददाता
आए दिन कहीं ना कहीं गौ तस्करी की घटनाएं सामने आ रही हैं। शायद ही ऐसी कोई रात गुजारती होती होगी जिस रात गौ तस्करी नही हो रही होगी ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते 16 तारीख शनिवार की रात एक कंटेनर रूपी नागालैंड की गाड़ी जिसका वाहन क्रमांक NL.. 4558 था,इन तस्करों को पुलिस का अंश मात्र भी भय नहीं है क्योंकि अगर होता तो यूं बे फिक्र होकर ऐसे कारनामों को अंजाम नही दिया जाता।
एक व्यक्ति ने नाम ना छापने की शर्त में बताया की कुछ तो ऐसे भी जगह हैं जहां से गाड़ी पार करने का 5 हजार महीना तो कहीं 10 हजार रुपए प्रति गाड़ी लेकर गौ तस्करों को बॉर्डर पार करने का परमिट दिया जा रहा है,सूत्र ने बताया की सादिक नाम का गौ तस्कर जो की पूर्व में भी गौ तस्करी में संलिप्त रहा है। अब वह पुनः बिना किसी डर और रोक टोक के अपनी गाडियां पार करवा रहा है,ऐसे तस्करों को इतने हौसले कैसे बुलंद हैं..? क्या इन तस्करों को पुलिस का भय नहीं है…? ऐसे बहुत सारी बातें हैं जो इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं किसी मिलीभाग की ओर इशारा कर रहा है,ऐसा लगता है की पैसे की लेनदेन के जरिए एक बहुत बड़ी तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है।
कहीं 10 हजार रुपए गाड़ी तो कहीं 20 हजार रुपया महीना:– सूत्र
ऐसी जानकारी है की कहीं कहीं पर गाड़ियों को पार करवाने के लिए 10 हजार रुपए प्रति गाड़ी ली जा रही है तो कहीं 20 हजार रुपए महीना फिक्स है, तो वहीं छोटे तबके वालों के पास यह राशि 3 से 4 हजार प्रति गाड़ी भी है,लेकिन सवाल उठता है की ये कौन लोग हैं जो गौ माता का भी सौदा कर रहे हैं क्या ऐसे तश्करों का साथ देने वालों को पैसे के आगे कुछ दिखाई नहीं दे रहा क्या इन जयचंद लोगों को गौ तस्करी में अपना ईमान बेचने के अलावा कोई और मामला नहीं मिल रहा है सोचने का विषय है। खैर जबतक इस मामले कोई कार्यवाही नहीं होगी तबतक सादिक जैसे तस्कर बिना किसी गौ, भैंस परिवहन के पेपर्स के बिना भैंस,गाय परिवहन करते रहेंगे। आखिर कब तक गौ माता को कटने के लिए इन तस्करों के द्वारा ले जाया जाएगा,आखिर कब तक इन तस्करों को ऐसे पैसे और पहचान के दम पर अवैध तस्करी का लाइसेंस मिलता रहेगा।