बिना ट्रेड सर्टीफिकेट अवैध तरीक़े से अम्बिकापुर सूरजपुर बलरामपुर जशपुर जिले के ग्राम एव तहसील स्तर पर सैकड़ों की संख्या शो रूम संचालन हो रहे है गवर्मेंट के नियम के अनुसार गाड़ी बिक्री करने के लिए ट्रैड सर्टीफिकेट एवम आरटीओ के अनुरूप शो रूम निर्माण होना चाहिये पर डीलर द्वारा अवैध तरीके से शो रूम देकर इनसे गाड़ी बिक्री कराई जाती है जिससे हर जिले का ट्रेड सर्टीफिकेट न होने से वो मनमाने तरीके से गाड़ी बेची जाती है उनको किसी का डर नही होता है क्योंकि उनके पास आरटीओ के नियम के अनुसार शो रूम नही है और न ही ट्रेड सर्टीफिकेट महीने नही है गाड़ी की बिलिंग गवरमेंट के रूल के अनुसार हर विक्रेता के पास ट्रेड सर्टीफिकेट होना अनिवार्य होता है अगर उसके पास ट्रेड सर्टीफिकेट नही है तो वो अवैध है कई मामले में गाड़ी एक्सीडेंट हो जाती है तब खुलासा होता या जो शो रूम गवर्मेंट के नियम पर बने है तो उनके यहाँ कस्टमर सर्विस कराने आते है तो पता चलता है कस्टमर द्वारा कई महीने पहले गाड़ी ली गयी है और गाड़ी बिना इन्सुरेंस बिना आरटीओ के गाड़ी बेधड़ल रोड पर चलती है मजे की बात तो ये है जब कस्ट्मर की गाड़ी एक्सीडेंट हो जाती है और मामला थाने तक पहुँचता है तो शो रूम संचालक को पहले पता चल जाता है तो आनन फानन में बिल इन्सुरेंस आरटीओ करता है और ये संभव नही हो पाता है तो फिर थाने में सेटिंग कर गाड़ी जो जिसके डॉमेंट्स पूरे कंप्लीट होते है उसे पेस करता है जिसमे पुलिस वाले कि मोटी कमाई हो जाती है और इन्सुरेंस कंपनी के पैसे का लाभ कस्ट्मर को मिल जाता है आज गवरमेंट नियम के अनुसार शो संचालक को सख्त हिदायत है कि आप लोगो द्वारा जो भी गाड़ी बिक्री की जाती है बिना आरटीओ इन्सुरेंस नंबर प्लेट के बिना शो रूम से बिक्री नही करनी है पर डीलर द्वारा लालच में अपनी मोटी कमाई के चलते धडल्ले से अवैध वाहन बिक्री करवाई जा रही है
जिसका जिम्मेदार आरटीओ बिभाग है आरटीओ द्वारा कोई कार्यवाही नही करने से इस तरह के अवैध धंधा फल फूल रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हर जिले में जो अवैध शो रूम संचालन है डीलर से मिलकर आरटीओ बिभाग के कर्मचारी सेटिंग कर के अपना पेट भर रहे है जो कि हर जिले के राजस्व का नुकसान हो रहा है लोगो ने बताया कि बिना आरटीओ के मिली भगत के इतना बड़ा काम संभव नही है जिससे जनता को भारी नुकसान हो रहा है जिससे जनता अवैध वसूली का शिकार हो रहीहै
बिना ट्रेड सर्टिफिकेट के संचालित हो रहे हैं अधिकतर शो रूम.?
