दो सौतेले भाइयों में जमीन विवाद जहराया,सरकारी जमीन बन रही वजह

सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र लटोरी/सूरजपुर: लटोरी में सरकारी जमीन का विवाद काफी गहरा गया है,मिली जानकारी के अनुसार दो दिनों तक पुलिस बल की भरी तैनाती के बीच राजस्व के अधिकारियों को जमीन नापने का काम करना पड़ा।

मामला लटोरी स्थित मुख्य मार्ग पर बेशकीमती सरकारी जमीन का है जिसे दो सौतेले भाई साधु राम और महेंद्र रजक के बीच सरकारी जमीन को लेकर उपजे विवाद का है। असल  में पट्टे के जमीन से सटी इस संपत्ति पर साधु राम और महेंद्र के पिता का पूर्व से कब्जा था लेकिन पिता की मृत्यु के बाद इस संपत्ति पर भी दोनों भाइयों का सामान अधिकार होना था लेकिन दोनों भाइयों के अलग अलग आरोप से यहां विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। साधु राम रजक (बड़े सौतेले भाई) का आरोप है कि यह जमीन उसके पिता के द्वारा काफी वर्षों पूर्व कब्जा की गई थी और इस जमीन पर उनका यानी साधु राम रजक का कब्ज लगभग 45 से 50 साल का है और महेंद्र रजक जो की सौतेली माता के पुत्र हैं इस जमीन को शासकीय ना मानते हुए लालच वस कब जाने की नीयत से अपने पट्टे की जमीन बता रहे हैं, और साधु राम रजक ने अपनी आरोप में आगे बताया कि कुछ वर्ष पूर्व उनके भाई और भतीजे के द्वारा उनके द्वारा कब्जा किए गए इस भूमि पर अनधिकृत तौर से प्रवेश करते हुए उसे जमीन पर बने भवन को तोड़ा गया जिसका साक्ष्य के तौर पर आवेदक के पास फोटो उपलब्ध है।

अनधिकृत तौर पर घर तोड़ते हुए साधु राम के सौतेले भाई और भतीजे

इस फोटो आप स्पष्ट तौर पर देख सकते हैं की कुछ लोग एक बने हुए घर को तोड़ रहे हैं।इस फोटो से आवेदक साधु राम रजक का आरोप है कि उनके सौतेले भाई और सौतेले भतीजे के द्वारा उनके घर को तोड़ कर कब्जा करने की नीयत से ऐसा किया गया है। आगे साधु राम रजक और उनके परिजन बताते हैं कि सौतेले भाई महेंद्र रजक के द्वारा उस जमीन पर कब्जा करने के लिए अपने पुत्र के कुछ शराबी साथियों को बुलाकर के घटनास्थल पर रखा गया था और समय आने पर यही शराबीयों नशेड़ियों से मारपीट आदि की घटना को अंजाम दिया जाता। आवेदक साधुराम रजक ने बताया कि जिस भूमि पर या विवाद है उसे भूमि को जबरदस्ती खाली करवा कर सौतेले भाई ने उसे हड़पने की नीयत से लालच में आकर उक्त शासकीय भूमि पर कब्जा किया तथा अपने सौतेले भाई साधु राम रजक द्वारा पूछे जाने पर उसे अपने पट्टे की जमीन होना बताया लेकिन वास्तव में जब राजस्व के अधिकारियों ने इस जमीन का माप किया तो पता चला कि यह भूमि महेंद्र रजक के पट्टे की जमीन नहीं अपितु शासकीय भूमि है।

https://www.facebook.com/share/v/16WPb52erj/

छोटे भाई महेंद्र रजक ने इस संबंध में हमें बताया कि यह पुश्तैनी जमीन है और इस जमीन पर उनका अधिकार है क्योंकि यह उनके पट्टे की जमीन है, साथ ही उन्होंने आगे बताया कि एक व्यक्ति जिनसे उनका सौतेला रिश्ता है के द्वारा जबरन उनके बनाए गए घर में घुसकर निवास कर रहा है और उनके साथ मारपीट करने की धमकी दे रहा है, साथ ही उन्होंने बताया कि उनके सौतेली रिश्तेदार का पुत्र राजेश रजक जिसका गुंडा एक्ट का आरोपी है और उन लोगों को जान से मारने की धमकी वगैरा देता है। इस विषय पर महेंद्र रजक के पुत्र ने ने बताया कि उनके पिता 25 30 साल से यहां काबिज है और कुछ लोगों के द्वारा उनकी जमीन पर अनधिकृत तौर से कब्जा किया जा रहा है और उन लोगों को जान से मारने की धमकी वगैरह दी जा रही है।

पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े में इस संबंध में दोनों पक्षों को शांतिपूर्वक रहने और बिना लड़ाई झगड़े के इस विषय का हल निकालने की सलाह दी साथ ही आपस में किसी भी प्रकार के बल प्रयोग करने से भी मना किया दोनों पक्षों को शांति समझौते का पालन करने और आपसी तालमेल बनाकर रहने की सलाह दी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *