सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र सूरजपुर सिरसी ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार के नए-नए मामले रोज सामने आ रहे हैं इस ग्राम पंचायत की सबसे बड़ी कहानी यह है कि एक खबर हिंद स्वराष्ट्र समाचारपत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर छपी थी उसके बाद से आज तक हमारे पास कई मामलों की जानकारी आ चुके हैं जिन्हें धीरे-धीरे करके हमारे द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है,प्रत्येक मामला गंभीर है और किसी भी प्रकार से इसे मामूली लापरवाही के रूप में नहीं देखा जा सकता। ग्राम पंचायत सिरसी में जहां एक ओर प्रधानमंत्री आवास पूर्ण नहीं हुए हैं जिन्हें पूर्ण बताया जा चुका है, कई ऐसे लोग हैं जो अपने नाम पर तो दो आवास लेकर के बैठे हुए हैं और अब कई ऐसे लोग हैं जो शासकीय जमीनों पर कब्जा करके प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ले रहे हैं। हालांकि ग्राम पंचायत की सतर्कता सही है मामला सामने आ चुका है, तथा ग्राम पंचायत स्तर पर इस मामले की शिकायत भी की गई है।इस योजना के चलते कई लोग परेशान हो चुके हैं क्योंकि धीरे-धीरे उनके भ्रष्टाचार हमारे माध्यम से खुलने लगे हैं। खसरा नंबर 2795,1088,834/2, 836 (सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार) में भी कब्जा करके उसे पर प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्माण किया जा रहा है जिसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्व विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई है लेकिन अभी भी मामला अधर में लटका हुआ है। ग्राम पंचायत के पटवारी से जब हमने इस संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि उक्त खसरा नंबर पूर्णत: शासकीय भूमि है जिस पर कुछ लोगों का अवैध कब्जा है।
इन कब्जाधारियों के नाम और प्रधानमंत्री आवास योजना हेतु जारी किए गए बेनिफिशियरी नंबर कुछ इस प्रकार है कई नाम संभवत छूट रहे हैं हमारे द्वारा लेकिन जल्द ही उनका पता लगाकर उनके बारे में भी हम समाचार के माध्यम से आम जनों को सूचित करेंगे।
सुमित्रा/मिरहुल

दिनेश/तेजलाल

सुमित्रा/मिरहुल
दिनेश/तेजलाल
उमेश्वर/प्राणसाय
लालचंद/लहर
हीराचंद/लहर
ताहिर/शाकिर
राग्घो/रामचरण
हीरालाल/
सुखदेव/राजमोहन
जगदेव/राजमोहन
जवाहर पड़ो/शिवप्रसाद
धनेश्वरी/शिवप्रसाद
चरकू/बुद्धु
समयलाल
विजय/समयलाल
फुलेश्वरी/रामप्रसाद
रामसिहासन/पियरसाय
रामशिहासन/बच्चा लाल
रामजनम बच्चा लाल
रामप्रसाद बच्चा लाल
चैनसाय
कंचन/रामकुमार
रामा/बिनवा
हीरालाल/शिवप्रसाद
बरन/मेहीलाल
कृष्णा/गोपाल
बृजलाल/मेहीलाल
धीरेन्द्र/मंगलसाय
मूलताज/रहमान
साबिर/खादिम
सज्जाद/खादिम
रामधनी/घरभरन
तबस्सुम/शाकिर
प्रेमसाय/लोलो
सभी नाम सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार तैयार किए गए हैं





ऐसे बहुत सारे नाम है जो छूट भी रहे होंगे उन्हें भी जल्द अपनी जानकारी में लेकर के समाचार के माध्यम से सूचित किया जाएगा। ऐसे में जब व्यक्ति के नाम पर शासकीय पट्टे की भूमि हो तो उसके द्वारा शासकीय भूमि पर निर्माण किया जाना वह भी प्रधानमंत्री आवास योजना द्वारा बन रहे भवन का कहां तक सही है यह विचारणीय विषय है।
क्या जियो टैग करने वाला नहीं है दोषी, रोजगार सहायक ने जांच करने आए जिला टीम के सामने बताया था जियोटेक कहीं और पर करवाते हैं और घर कहीं और बनाते हैं लेकिन यह नहीं बताया था कि बनने वाली जगह सरकारी होती है।
रोजगार सहायक ने बताया था कि कई ऐसे लोग हैं जो जिओ टेक कहीं और पर करवाते हैं और घर कहीं और पर बना लेते हैं और यह सारी बातें जिला सीईओ मैडम के द्वारा भेजे गए जांच अधिकारी दीपक साहू के सामने रोजगार सहायक ने बताई थी। आखिर परत दर परत इन भ्रष्टाचारियों की पोल खोल रही है कई मामले एक के बाद एक सामने आ रहे हैं लेकिन सोचने का विषय यह है कि इतने सारे मामलों के बावजूद भी लोग बिना डरे अपने धंधों को, गलत कारनामों को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं और उन्हें जिला या ब्लॉक स्तरीय कार्रवाई का डर नहीं है। क्या इस बात से यह अंदाजा लगाया जा सकता है की जिला और ब्लॉक में भी सेटलमेंट का खेल चल रहा है क्या जिला और ब्लॉक के अधिकारी कर्मचारी साहब सभी इस भ्रष्टाचार के शहद में रोटी डुबो डुबोकर खा रहे हैं…?, ऐसे कई सवाल है जो अधिकारियों के कार्य विधि को देखकर मन में उत्पन्न हो रहे हैं क्योंकि अगर उच्च अधिकारियों की संलिप्तता नहीं होती तो इतने बड़े बड़े घोटाले करने से पहले निचले स्तर एक कर्मचारी हजार बार जरुर सोचते या फिर निचले स्तर के जो कर्मचारी हैं वह सब उच्च अधिकारियों को कुछ समझ ही नहीं रहे हैं।
आखिर यह कैसे संभव है कि रोजगार सहायक, तकनीकी सहायक, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर आदि किसी को भी इस संबंध में कोई भी जानकारी नहीं थी। कोई भी इस चीज को कैसे मान सकता है कि इतने बड़े कारनामे होने के बाद भी किसी को कानों कान खबर नहीं थी। या तो यह सभी अधिकारी कर्मचारी केवल शासन के द्वारा दिए जाने वाले वेतन को जेब में भरने का काम कर रहे थे या फिर उनके वेतन से अधिक उन्हें रिश्वत मिल रहा था जो उन्हें अपने कर्तव्य का पालन करने से रोक रहा था। हालांकि अभी मृत व्यक्तियों के नाम से दिए जा रहे राशन घोटाले की तथा सरकारी व्यक्तियों के नाम पर राशन कार्ड गरीबी रेखा वाला जारी करने के संबंध में तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर पैसा लेने आदि के मामलों पर जल्द ही खबर चलकर सभी मामलों को उजागर किया जाएगा।