सी मार्ट के नाम पर क्या आयुर्वेद अस्पताल की चढ़ जाएगी बलि…!

आयुर्वेद अस्पताल को पुराने जगह पर शिफ्ट करने की तैयारी

सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र सूरजपुर।एक तरफ आयुर्वेद को बढ़ावा देने के तमाम उपाय किये जा रहे है तो दूसरी तरफ सी मार्ट के नाम पर जिले में आयुर्वेद अस्पताल की बलि चढ़ाने की तैयारी की जा रही है। जिला प्रशासन इस तैयारी में है कि वर्तमान में जहाँ आयुर्वेद अस्पताल है वहां सी मार्ट का निर्माण कराया जाए।आयुर्वेद अस्पताल पुराने जिला अस्पताल से संचालित है।फिलहाल इस अस्पताल में प्रतिदिन चालीस से पचास मरीजो का उपचार किया जा रहा है साथ ही वर्ष 2018 में इस अस्पताल को अपग्रेड कर यहां पंचकर्म जिसमे नाड़ी शोधन, कटि वस्ती, शिरोधारा स्वंगसेडन व योगा आदि की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।पंच कर्म वह सुविधा है जिसके लिए लोगों को रायपुर व बिलासपुर आदि जगह न केवल जाना पड़ता था बल्कि मोटी रकम भी खर्च करनी पड़ती थी।इससे यहां के लोगों को लाभ मिल रहा है जसकी संख्या अच्छी खासी है। जिला प्रशासन ने इस जगह को अब सी मार्ट के लिए चिन्हांकित किया है और आयुर्वेद अस्पताल को अन्यंत्र ले जाने का मन बनाया है इसके लिए आयुर्वेद स्टाप को अल्टीमेटम भी दे दिया गया है,इतना ही नही सी मार्ट के लिए नापजोख की प्रकिया शुरू किए जाने से आयुर्वेद स्टाप चिंतित है।

पुराने जगह ले जाने की सलाह

बताया गया है कि आयुर्वेद स्टाप को पुराने जगह पर शिफ्ट करने की सलाह दी गई है। पुराने जगह की हालत यह है कि वह अस्पताल के पीछे व मात्र एक कमरे की जगह है, जहाँ से दवाओं का रखरखाव के साथ पंच कर्म के लिए उपकरण आदि रखने में दिक्कतें होंगी।साथ ही लोगो के लिए भी यह जगह दिक्कतें वाली है। ऐसे में आयुर्वेद का लाभ आम लोगो को मिल सकेगा इसमे किन्तु परन्तु जैसी स्थिति होगी।

क्या होगा पाली क्लीनिक का…?

सूरजपुर आयुर्वेद अस्पताल को केंद्र सरकार के पाली क्लीनिक योजना के लिए भी चयनित कर इसका प्रस्ताव भेजा गया है।इस योजना के तहत इस अस्पताल में आयुर्वेद के साथ होम्योपैथी व युन्नानी पद्धति के उपचार का लाभ मिलना है और इस पद्धति के चिकित्स भी यहां मौजूद रहेंगे।इतना ही नही बल्कि यहाँ मरीजो को भर्ती कर उनका उपचार किया जाएगा इसी दृष्टि से इस अस्पताल में किचन आदि की व्यवस्था भी बनाई गई है।पर जब यह जगह ही नही रहेगा तो इस योजना का क्या होगा यह सवाल उठने लगा है।

लोग चिंतित…

इस सम्बंध में विधायक खेलसाय सिंह का ध्यानाकर्षित किया गया तो उन्होंने आयुर्वेद अस्पताल को यथावत रखने चर्चा करने का भरोसा दिया है।

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