थाना प्रभारी के सामने विधायक प्रतिनिधि ने गिरेबान पकड़कर पुलिसकर्मी को औकात बताई?
सुरक्षा की दृष्टि से खड़े पुलिसकर्मी को खुलेआम विधायक प्रतिनिधि ने किया बेजत खाकी हुई शर्मसार।
क्या पुलिस का भय सिर्फ आम आदमी को नेताओं को नहीं?
सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र सूरजपुर-सत्ता दल का नेता होना ही कानून तोड़ने का देता है अधिकार? कुछ ऐसे ही घटना पर यदि हम बात करें तो विश्रामपुर थाना के अंतर्गत एक आंदोलन के दौरान एक नेता जी इतने आग बबूला हो गए कि सुरक्षा की दृष्टि से खड़े पुलिसकर्मी के साथ गाली गलौज व मारपीट करने लगे, अब सवाल यह उठता है कि आखिर ये अधिकार नेता जी को किसने दिया? पुलिसकर्मी इस घटना से काफी शर्मिंदा है पर क्या विभाग उसके साथ खड़ा होगा या फिर वह इस बेज्जती के साथ ताह उम्र इसी विभाग में काम करता रहेगा,सभी के सामने नेताजी ने पुलिसकर्मी के साथ जिस प्रकार का व्यवहार किया यह कहीं से भी उचित नहीं था, वही विभाग के बड़े अधिकारी भी देखकर मौन क्यों हैं यह भी समझ के परे वाली बात है, जिस पुलिसकर्मी के साथ यह घटना घटी वह काफी दुखी है पर पुलिसकर्मी के साथ जो कर्तव्य के नेता जी ने किया उसका हर तरफ निंदा हो रही है, ऐसी हरकत नहीं होनी चाहिए थी पर अब नेताजी ठहरे सत्ता पार्टी के कुछ भी करने की उन्हें छूट जो मिली हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार बिश्रामपुर में संचालित डीएवी विद्यालय के खिलाफ भारतीय युवा कांग्रेस ने मंगलवार को डीएवी विद्यालय में जमकर हंगामा मचाते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान विद्यालय की सुरक्षा लगे एएसआई के साथ जमकर गुंडागर्दी कर दूर्यव्यवहार की गई, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। पूरा मामला डीएवी विद्यालय प्रबंधन की तानाशाही का था और इसे लेकर भारतीय युवा कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन करने कांग्रेसी नेता के साथ कार्यकर्ता पहुचे थे.वहाँ पहले से ही थाना प्रभारी सहित पुलिस कर्मी तैनात थी. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के नेता और विधायक प्रतिनिधि सुनील अग्रवाल उर्फ बाबी पहुचे और वहाँ पर एक हवलदार सहित ASI से उलझ कर जमकर गुंडा गर्दी की, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है.जिसमे में विधायक प्रतिनिधि की गुंडागर्दी देखी गई वह भी बिश्रामपुर थाना प्रभारी के सामने गिरेबान पकड़कर पुलिसकर्मी को औकात बताई गई. पूरी घटना की जानकारी पुलिस के आलाअफसरों को है फिर भी जानकर अनजान बने हुए है न ही FIR हुई, न कोई शिकवा शिकायत. जिससे लोगो में पुलिस की फजीहत तो रही है. तमाम तरह की चर्चा होने लगी है.