सड़क सुरक्षा सप्ताह का हकीकत…एनएच में बीच शहर का नजारा कुछ और..!!

सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र सूरजपुर बीते दिनों सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत यातयात सहित जिले भर की पुलिस तमाम तामझाम करती ताकि लोग जागरूक हो सके पर शहर में ऐसी ऐसी गाड़ियां सरपट दौड़ रही है जो न केवल खुद के लिए खतरनाक है बल्कि दुसरो के लिए भी मुसीबत का सबब है।पर इन्हें जागरूक करने किसी को फुर्सत नही है।वजह साफ है कि बिन पइसा रे कुछ नही होत है।सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान एनएच में बीच सड़क ऐसा हादसा हुआ जिससे लोग बाल बाल बच गए। जरूरत से ज्यादा बांस लेकर जा रहा ट्रेक्टर की रस्सी खुली हुई थी और वह छोटा हाथी के केबिन में फंस गया।फिर क्या था धड़ धड़ा कर पूरा बांस जमीन पर लड़ी की तरह गिरने लगा। गनीमत रही कि इसकी चपेट में कोई नही आया अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता पर पूरा बांस सड़क पर गिरने से घण्टो जाम की स्थिति बन गई।सवाल सिर्फ इस हादसे का नही है। रोज ऐसी गाड़ियां सड़क पर दौड़ रही है।सड़क पर ऑटो जरूरत से ज्यादा सवारियां बैठा कर दौड़ रहे है जहाँ मन वहां खड़ी कर लोगो के सामने मुसीबत खड़ी कर रहे है इन पर पुलिस का ध्यान क्यों नही जाता।अपने ही नियम को पुलिस भूल गई है।जिससे आटो के दर ,खड़ी करने की जगह ,मोबाइल नम्बर आदि के नियम बनाये थे।इस ओर ध्यान देते तो तामझाम की जरूरत नही पड़ती।
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जूते चप्पल की माला पहने जनपद अध्यक्ष

जूते चप्पल की माला पहने हुए

सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन कार्यक्रम विवादों में रहा. सरकारी कार्यक्रम में खुद की उपेक्षा करने सूरजपुर जनपद के अध्यक्ष जगलाल सिंह देहाती ने खुद ही जूते-चप्पलों की माला बनाकर पहनते हुए अनोखा विरोध प्रदर्शन किया है। आदिवासियों के अपमान का हवाला देते हुए जगलाल देहाती ने कहा कि अपनी ही पार्टी में प्रशासन के आला अधिकारी लगातार उपेक्षा कर रहे हैं। जगलाल देहाती की यह फोटो और उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग ट्रोल कर रहे हैं। जूते-चप्पल की माला पहनकर अनूठे रूप में विरोध प्रदर्शन करने के तरीके को भी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां मिल रही है। जनपद अध्यक्ष का आरोप है कि वे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता हैं और कांग्रेस ने ही उन्हें जनपद अध्यक्ष बनाया है, किन्तु जिले में न तो संगठन के कार्यकर्ताओं की पूछपरख है और न ही जनप्रतिनिधियों की। आला अधिकारी लगातार जनप्रतिनिधियों को उपेक्षित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके जनपद क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में न तो उन्हें बुलाया गया और न ही सूचना दी गई, इसलिए उन्होंने जूते-चप्पल की माला बनाकर स्वयं पहनते हुए सोशल मीडिया पर अपना विरोध प्रदर्शन किया है । जबकि दूसरी ओर सड़क यातायात सप्ताह के समापन अवसर पर भी मंच में स्थान न देने व किसी भी प्रकार का सम्मान न देने के मामले में भी पुलिस अमले पर भी उपेक्षा का आरोप लगाया है।

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