सिंधु स्वाभिमान विशेष संवाददाता रघुनाथनागर आवेदक ने मुख्यमंत्री से अपनी शिकायत में लिखा है की ग्राम बेबदी प.ह.न.- 01 में स्थित पट्टे की भूमि ख. न. 236,285,294, क्रमशः रकबा 0.09,0.95,0.79,0.41 हे. भूमि का सीमांकन हेतु न्यायालय तहसीलदार वाड्रफनगर से आदेश किया है जिसका आदेश क्रमांक 468/वाचक-1 वाइफनगर दिनांक 21-05-2018 एवम दूसरा आदेश क्रमांक 109/वाचक वाइफनगर 2022 को जारी है लेकिन दो दो आदेशों के बावजूद भी हल्का पटवारी प.ह.न. – एवम राजस्व निरीक्षक रघुनाथनगर के द्वारा आज पर्यन्त तक आवेदन के भूमि का सीमांकन नहीं किया गया आवेदक को वाइफनगर में कई बार बुलाकर दस हजार रुपया मांग किया गया रुपया नहीं देने पर आज पर्यन्त तक भूमि का सीमांकन नहीं किया गया।
आवेदक ने ग्राम बलंगी की भूमि ब.न. रकबा 1.49 हे. का सीमांकन आदेश माननीय न्यायालय तहसीलदार वाइफनगर के द्वारा शासन क्रमांक /96 / वाचक-2/ न्यायालय तहसीलदार वाड्रफनगर दिनांक 12 02-2021 को आदेश जारी राजस्व निरीक्षक रघुनाथनगर के नाम पर हुआ है लेकिन आज पर्यन्त तक राजस्व निरीक्षक के द्वारा सीमांकन नहीं किया गया इसका भी माप करने के लिए रुपया माँगा जाता है।न्यायालय तहसीलदार वाइफनगर के द्वारा सीमांकन हेतु आदेश क्रमांक 467 / वाचक वाइफनगर दिनांक 21-05-2018 को एवम दूसरा आदेश क्रमांक /208/वाचक 2 / न्यायालय तहसीलदार रघुनाथनगर दिनांक 10-03-2021 को राजस्व निरीक्षक को जारी किया गया लेकिन राजस्व निरीक्षक रघुनाथनगर ने आज पर्यन्त तक आवेदक के भूमि का सीमांकन नहीं किया गया है।नायब तहसीलदार रघुनाथनगर के द्वारा ग्राम सरना में स्थित पट्टे की भूमि ख.न. 1255 रकबा 0.09 है. का सीमांकन आदेश सन 2021 में जारी राजस्व निरीक्षक रघुनाथनगर को सीमांकन आदेश दिये है। यह कि माननीय न्यायालय तहसीलदार रघुनाथनगर ने राजस्व निरीक्षक रघुनाथनगर को सीमांकन का आदेश जारी किये है आदेदक से श्याम किशोर जायसवाल प.हे.न. ने नापने हेतु दस हजार रुपया माँगा बोले की दस हजार रूपये दे दीजियेगा हम राजस्व निरीक्षक को साथ में लाकर सीमांकन कर देंगे इस आदेश को मुझे दे दो आवेदक ने श्याम किशोर जायसवाल पटवारी ह.न10 क दे दिया लेकिन आज पर्यन्त तक सीमांकन नहीं किये तथा कहते हैं की आदेश की कॉपी गुम गया है, इस तरह न्यायालय के आदेशो को नष्ट कर आवेदक के साथ धोखाधड़ी किया है।
क्या बिना रिश्वत के नहीं होगा कोई काम.?अब इस मामले की माननीय मुख्यमंत्री जी से शिकायत की गई है अब देखने वाली बात होगी की क्या इन घुशखोरों के हौसले बुलंद ही रहते हैं या इनकी करतूतों पर लगाम लगेगा ।
एक व्यक्ति ने साहस करके इनकी करतूत सबके सामने लाई है,जिससे इनके 10 हजार वाली बात सामने आई है नही तो ना जाने कितने ऐसे मामले होंगे जो इन्होंने लोगों के साथ किए होंगे







