दरीमा मार्ग में बन रहे पुलिया में दिन दहाड़े हो रहा घोटाला, धृतराष्ट्र बने पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर या मिल रहा है कमीशन

सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र अम्बिकापुर

अम्बिकापुर से दरीमा रोड पर जगह जगह पर बन रहे पुलिया में भरी अनिमितता देखने को मिल रही है । अभी कुछ दिन पहले लखनपुर के पास एक पुल के टूट जाने के कारण रायपुर से अम्बिकापुर मार्ग को परिवर्तित करके पुल ना बनने या जबतक कोई स्थाई समाधान नहीं हो जाता गाड़ियों का परिवहन दरीमा मार्ग में से हो रहा है,यहां बन रहे पुलिया में रिटेनिंग वॉल में 8 mm मेन बार (मुख्य छड़) के रूप में किया जा रहा है,यह पैसे बचाने या भ्रष्टाचार की नियत से किया जा रहा है बात को जानने के लिए पुलिया निर्माण कर रहे ठेकेदार के इंजीनियर रविन्द्र से बात की जाती है तब उनका कहना था की अभी लखनपुर मार्ग में पुल टूटने के कारण पीडब्ल्यूडी के ई साहब ने जल्दी से जल्दी कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं,इसके साथ ही काफी विश्वाश के साथ उन्होंने कहा कि अगर आप व्हाट्सएप चलते होंगे तो हम आपको ईस्टीमेट,ड्राइंग भेज सकते हैं इस पर उनसे ड्राइंग मांगा गया तो उन्होंने बहाना बनाते हुए मामला बदलते हुए यह कहा की सारे दस्तावेज प्रोजेस्ट मैनेजर के पास हैं । लेकिन इन सारी बातों के बाबजूद भी उन्होंने अपना दस्तावेज नही दिखाया इस बात से यह कहना गलत नही होगा की वो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और पोल खुल जाने के डर से इन साक्ष्यों को हमे नही दिखा रहे हैं,यह पुलिया कोई बहुत बड़ा पुलिया नही है लेकिन इस पुलिया को बनाने के लिए सरकार की राशि का दोहन कुछ चुनिंदा लोगों के द्वारा किया जा रहा है ऐसे में सवाल उठता है की क्या इस प्रकार के पुलिया के कारण किसी दुर्घटना होने की स्थिति में जिम्मेदार कौन होगा प्राइवेट कंपनी के इंजीनियर रविन्द्र पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर साहू या पीडब्ल्यूडी के ई ई बेदिया आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा यह सोचने का विषय है। लगभग 100 सालों पहले बने सूरजपुर स्थित रेड नदी का पुल आज भी सही सलामत है लेकिन आज के पुल कुछ सालों बाद धराशाही हो जा रहे हैं इस बात से यह कहना गलत नही होगा की आज के दौर पर भ्रष्टाचार चरम पर है,अब देखने वाली बात है की इस मामले के प्रकाश में आने के बाद पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर अपनी वातानुकूल कमरे और अपने कुर्सी से उठकर इस मामले पर कुछ करना पसंद करते हैं या मामले में लीपापोती की रणनीति अपनाते हैं।

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