सिंधु स्वाभिमान समाचारपत्र अम्बिकापुर पटवारी कार्यालय को दारू पार्टी का अड्डा बना कर उसकी मर्यादा भंग करने वाले पटवारी, आर आई ,और भू माफियाओं को बचाने में जांच अधिकारी बने संजीत पाण्डेय अपने पद और प्रतिष्ठा को दाव पर लगा रक्खे हैं लेकिन पटवारियों पर कार्यवाही नही करेंगे,सन्नी पाजी की फिल्मों को तरह तारीख पे तारीख खेलने वाले इस महान अधिकारी का करनामा तो हम पहले ही बता चुके हैं लेकिन यह अधिकारी इतने महीनो से क्या खाक छान रहा है ये तो भगवान ही जाने। मामला पटवारी कार्यालय में दारू पार्टी का है लेकिन आज तक संजीत पाण्डेय घृतराष्ट्र की भूमिका निभा रहे हैं। अब ऐसे अधिकारी से भला न्याय की उम्मीद ही क्या किया जाए जिसके खुद के खिलाफ कई ही कई आवेदन आ चुके हैं। अब यह आदमी जब खुद संदेह के घेरे में हैं वो भला क्या न्याय कर पाएगा यह सोचने का विषय है। आखिर क्या संजीत पाण्डेय माल पानी ले चुके हैं..? या फिर उनका सभी से महीना बंधा हुआ है..? हम ये आरोप नही लगा रहे हैं बल्कि सवाल पूछ रहे हैं क्योंकि इतने दिनो से मुंह में दही जमा के बैठे इस नायब तहसीलदार ने कोई करवाही की ही नही है। इनके हालत देख कर लगता है की इनसे तो कुछ हो नहीं पायेगा क्योंकि जो अब तक वीडियो में सब साफ होने के बाबजूद कुछ ना कर सका वो आगे भी पीड़ित को क्या ही न्याय दिलवाएगा।
अपने गृह जिले में पैर जमा बैठे हैं संजीत पाण्डेय,क्या अपने खास लोगों को करा रहे मालामाल..?
अपने गृह जिले में बहुत दिनो से पैर जमा के बैठे संजीत पाण्डेय का क्या कहना ऐसे बहुत से लोग हैं जो नाम ना छापने के शर्त में बताया की संजीत पाण्डेय भू माफियाओं से खास संबंध है हर दलाली में संजीत पाण्डेय का बराबर का कमीशन बंधा हुआ है खैर इस बात की हम पुष्टि नहीं करते हैं। अब अगर ऐसे अधिकारियों का तबादला ना हो और कार्यवाही ना हो तो ऐसे लोग खुद को खलीफा ही समझने लगते हैं।
नही रुकेगा कारवां न्याय मिलने तक जारी रहेगी मुहिम
पीड़ित पत्रकारों का कहना है की ऐसे लाख अधिकारी हों जो अपने विभाग के लोगों को बचाते फिरे लेकिन जब तक कार्यवाही नही होगी हमारा प्रयास जारी रहेगा